शिष्टाचार- जीवन में महत्व
बच्चों में अच्छे-बुरे में अंतर की समझ को विकसित करना भी माता-पिता का ही दायित्व है. शिष्ट ता इंसान का निर्माण करती है. बच्चों में शिष्टाचार विकसित करने का एक आसान सा तरीका है - 'छवि निर्माण प्रक्रिया'. यह तरीका जादुई असर करता है. यह तरीका वहाँ भी सफल होता है, जहाँ बच्चे अपने अभिभावकों की…
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इंटेलीजेली- शक्ति और कमजोरियाँ
एक बच्चे का व्यक्तित्व तब आकार लेना शुरु उसकी ताकत और कमजोरियों को पहचानकर, कोई उस पर लगातार काम करता है. जिंदगी हमारे लिए अनंत विकल्पों को थाली में सजाकर देती है लेकिन हम उन विकल्पों को ही देखना चाहते हैं जो दूसरों की थाली में उपलब्ध होते हैं. प्रत्येक व्यक्ति अद्वितीय होता है. प्रत्येक व्यक्ति …
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इंटेलीजेली- सब की साथी प्रिशा
आने वाली पीढ़ियों में अलग दिखने की चाह, अपनी पहचान कायम करने की प्यास, संभवतः तीव्रतम है.   आप पसंद करें या न करें, लेकिन नए- नए तरीकों से बाल बनाए हुए नौजवानों को नजरअंदाज करना नामुमकिन-सा होता है या फिर बेशुमार तरीकों से कटी-सिली जीन्स को ही ले लें. आने वाली पीढ़ियों में अलग दिखने की चाह, अपनी …
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इंटेलीजेली- मधुर सम्बन्ध बनाएँ (भावनात्मक बुद्धिमत्ता के द्वारा)
भावनात्मक समझ एक आसान लक्ष्य: अभिभावकों से चर्चा के दौरान, मैं अक्सर एक प्रश्न करता हूँ- 'जब माता-पिता खीझे हुए या गुस्से में हों और बच्चा इस अंतर को समझते हुए बिल्कुल अलग व्यवहार करे तो उन्हें कैसा लगता है? आमतौर पर जो सामान्य उत्तर मुझे मिला'क्या ये दोनों भावनाएँ अलग-अलग हैं? एक छोटा बच्च…
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इंटेलीजेली- खुद को व्यक्त करें, आत्मविश्वासी बनें
बौद्धिक मिया, ( अपने तर्कों को जानें) में सहानुभूति, भावनात्मक बुद्धिमत्ता का प्रमुख तत्व है. हम इसमें एक व्यक्ति के रूप में अन्य व्यक्तियों की भावनाओं को समझने का प्रयत्न करते हैं.   -अन्विता के शब्दों   ताशा उदास बैठी हुई होती है और तभी मिया आती है... क्या हुआ ताशा?  मुझे मेरा खिलौने वाला कैटरप…
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इंटेलीजेली- दादाजी असली हीरो
खुशियाँ बाँटता अर्जुन   अर्जुन की जन्मदिन की पार्टीखत्म होने के बाद... वाह! इतने सारे उपहार. हाँ दादाजी. पर दादाजी, काश मुझे और भी बहुत सारे उपहार मिलते! दादाजी के पास हमेशा कोई न कोई योजना रहती हैं. अर्जुन, क्या तुम मेरे साथ टहलने चलोगे? हाँ, दादाजी, क्यों नहीं. अर्जुन ने अपने आस-पास कुछ गरीब लो…
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